गन्ना फसल की प्रमुख किस्में:
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को 86032 (Co 86032)
- यह किस्म उच्च पैदावार देने वाली है और इसे अधिकतर भारतीय राज्यों में उगाया जाता है। यह अधिक चीनी उत्पादन करती है।
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को 0238 (Co 0238)
- यह किस्म भी उच्च गुणवत्ता की होती है और खासतौर पर सिंचित क्षेत्रों में अच्छी पैदावार देती है।
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को 421 (Co 421)
- यह किस्म चीनी उत्पादन में उच्च होती है और इसके गन्ने मोटे होते हैं।
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को 775 (Co 775)
- यह किस्म ठंडे और ठहरे हुए क्षेत्रों में अधिक उपयुक्त होती है और इसका रस उच्च गुणवत्ता का होता है।
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को 0234 (Co 0234)
- यह किस्म रोग प्रतिरोधी और उच्च गुणवत्ता वाली होती है।
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को 0531 (Co 0531)
- यह किस्म गर्म जलवायु में बेहतर प्रदर्शन करती है और अधिक पैदावार देती है।
गन्ना के प्रमुख रोग:
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रस्ट रोग (Rust)
- यह रोग गन्ने की पत्तियों पर जंग के रंग के धब्बे बनाता है और गन्ने की वृद्धि को रोकता है। यह मुख्य रूप से नमी और गर्मी में बढ़ता है।
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फ्यूसारियम विल्ट (Fusarium Wilt)
- इस रोग में गन्ने के पौधे मुरझाने लगते हैं और उनकी वृद्धि रुक जाती है। यह रोग गन्ने की जड़ों में पनपता है।
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पाउडरी मिल्ड्यू (Powdery Mildew)
- इस रोग में पत्तियों पर सफेद पाउडर जैसा पदार्थ बनता है, जिससे पौधे की शक्ति और वृद्धि कम हो जाती है।
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बैक्टीरियल ब्लाइट (Bacterial Blight)
- यह रोग गन्ने की पत्तियों को पीला और मुरझा कर देता है। यह बैक्टीरिया के संक्रमण से फैलता है।
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ग्रे सैफ (Grey Mold)
- इस रोग में गन्ने की पत्तियों पर धुंधला ग्रे रंग का मोल्ड बनता है, जिससे पौधा कमजोर हो जाता है।
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पत्तियों का झुलसा रोग (Leaf Scorch)
- गन्ने की पत्तियां जलने जैसी स्थिति में पीली और मुरझाई हुई दिखाई देती हैं। यह रोग अधिक नमी और ठंड में फैलता है।
गन्ना के प्रमुख कीट:
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गन्ना बोरर (Sugarcane Borer)
- यह कीट गन्ने के तने में छेद करके उसे कमजोर कर देता है और गन्ने की गुणवत्ता को प्रभावित करता है।
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गन्ना सफेद मक्खी (Whitefly)
- यह कीट गन्ने की पत्तियों से रस चूसता है और वायरस का प्रसार करता है, जिससे गन्ने की वृद्धि प्रभावित होती है।
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गन्ना छेदक (Root Grub)
- यह कीट गन्ने की जड़ों को नुकसान पहुंचाता है, जिससे गन्ना जल्दी मुरझा सकता है।
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अफीदा (Aphids)
- ये छोटे कीट गन्ने के पौधों का रस चूसते हैं और संक्रमण का कारण बनते हैं।
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गन्ना थ्रिप्स (Sugarcane Thrips)
- ये कीट पत्तियों का रस चूसते हैं और गन्ने की वृद्धि को प्रभावित करते हैं।
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गन्ना चूहा (Sugarcane Rat)
- चूहें गन्ने की जड़ों और तनों को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे गन्ना कमजोर हो जाता है।
इन रोगों और कीटों से बचाव के लिए गन्ने की फसल की उचित देखभाल, रासायनिक और जैविक नियंत्रण, तथा समय-समय पर कीटनाशकों का उपयोग जरूरी होता है।
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