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मेथी की किस्मे किट व् रोग उपचार

  मेथी (Fenugreek) की प्रमुख किस्में: पंत मेथी (Pant Fenugreek): यह किस्म ठंडी जलवायु में अच्छी तरह उगती है और इसके पौधे छोटे और घने होते हैं। इसमें उन्नत पत्तियाँ और उच्च गुणवत्ता वाले दाने होते हैं। कृष्णा मेथी (Krishna Fenugreek): यह किस्म गर्म जलवायु में अच्छी तरह से उगती है। इसके पत्ते बड़े और घने होते हैं, जो ज्यादा उपज देने वाली होते हैं। सम्राट मेथी (Samrat Fenugreek): यह किस्म उच्च गुणवत्ता वाली होती है और इसकी पत्तियाँ ताजगी वाली होती हैं। यह किस्म जल्दी पकने वाली होती है और अच्छे दाने देती है। राजस्थान मेथी (Rajasthan Fenugreek): यह किस्म विशेष रूप से राजस्थान और आसपास के क्षेत्रों में उगाई जाती है। इसके पौधे मजबूत होते हैं और उच्च गुणवत्ता के दाने देते हैं। वर्धमान मेथी (Vardhman Fenugreek): यह किस्म उत्तरी भारत में उगाई जाती है। इसके दाने चिकने और हलके होते हैं, जो बाजार में बिकने के लिए उपयुक्त होते हैं। मेथी के प्रमुख रोग: एंथ्रेक्नोज (Anthracnose): इस रोग में मेथी के पत्तों और तनों पर काले धब्बे और गहरे घाव बन जाते हैं। उपचार: ...

भारत में उगाई जाने वाली प्रमुख फसलें ,खाद्य फ़सलें, व्यावसायिक फ़सलें, बागान फ़सलें,बागवानी फ़सलें,

भारत में कई फ़सलें उगाई जाती हैं, जिनमें शामिल हैं खाद्य फ़सलें:  चावल, गेहूँ, मक्का, दालें और बाजरा व्यावसायिक फ़सलें:  जूट, कपास, गन्ना, तिलहन और तम्बाकू बागान फ़सलें:  रबर, कॉफ़ी, चाय और नारियल बागवानी फ़सलें:  सब्ज़ियाँ और फल अनाज (गेहूं, चावल, मक्का, दालें और बाजरा), वाणिज्यिक फसलें (जूट, कपास, गन्ना, तिलहन और तंबाकू), बागान फसलें (रबर, कॉफी, चाय, नारियल) और बागवानी फसलें (सब्जियां और फल) भारत में चार प्राथमिक फसलें हैं। भारत में कितनी फसलें हैं? भारत में उगाई जाने वाली प्रमुख फसलें चावल, गेहूं, बाजरा, दालें, चाय, कॉफी, गन्ना, तिलहन, कपास और जूट आदि हैं। नहर सिंचाई और ट्यूबवेलों के कारण पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश तथा राजस्थान के कुछ हिस्सों जैसे कम वर्षा वाले क्षेत्रों में चावल उगाना संभव हो पाया है एमएसपी 2024 के तहत कितनी फसलें हैं? अब तक, CACP 23 वस्तुओं के एमएसपी की सिफारिश करता है, जिसमें 7 अनाज (धान, गेहूं, मक्का, ज्वार, बाजरा, जौ और रागी), 5 दालें (चना, अरहर, मूंग, उड़द, मसूर), 7 तिलहन (मूंगफली, रेपसीड-सरसों, सोयाबीन, सीसम, सूरजमुखी, कुसुम, ना...

गिलोय की रोजगारपरक खेती।गिलोय केउपयोग।गिलोय की खेती।गिलोय के फायदे।गिलोय का सेवन करना

      वर्तमान परिपेक्ष्य में फैली महामारी कोरोना व डेंगू के उपचार के लिए गिलोय की महत्वमा बहुत अधिक बढ़ गई है। गिलोय की मांग अब लगातार बढ़ने की संभावनाओं को देखते हुए इसकी खेती आय वृद्धि के लिए एक सुगम उपाय है। गिलोय की औषधी महत्ता के संबंध में अब जनता जागरूक होने भी लगी है। महत्व एवं उपयोग: गिलोय का वानस्पतिक नाम टीनोस्पोरा कार्डियोकेलिया है। यह एक महत्वपूर्ण औषधीय पौधा है एवं इसे भिन्न-भिन्न भाषाओं में अलग-अलग नामों से जाना जाता है। इसे हिन्दी में गिलोय, संस्कृत में अमृता तथा आयुर्वेद भाषा में गुडुची, चक्रांगी आदि नामों से जाना जाता है। इसे ज्वर की महान औषधी माना गया है जो एक बहुवर्षीय लता है। गिलोय में 15.8 प्रतिशत फाइबर, 4.2-11.2 प्रतिशत प्रोटीन, 60 प्रतिशत कार्बोहाईड्रेट तथा 3 प्रतिशत वसा पायी जाती है। गिलोय को डेंगू, बर्ड लू, अचानक बुखार, सर्दी, खांसी, बदन दर्द, स्वाइन फ्लू, मूत्र संबंधित बीमारियाँ, कुष्ठ रोग, फाइलेरिया (हाथीपाँव), गठिया संबंधित बीमारियाँ, लीवर विकार संबंधित बीमारियाँ, पीलिया तथा बवासीर आदि के उपचार में उपयोग में लिया जाता है। जलवायुः यह उष्ण तथा उप...

agriculture is the best rearing businnes in farming?,When is 10 agriculture counselling?

  Is there any dealer named Dhar agriculture? There is a dealer of this name, sells seeds, fertilizers, insecticides, and both safety equipment and products for the risky crops at the right price. It also sends the products directly to the farmers' houses for which no other charges are charged from the farmers. क्या धार कृषि नाम का कोई डीलर है? इस नाम का एक डीलर है जोखेती से जुडी सभी फसलो के लिए बीज,खाद, कीटनाशी,व उनको सुरक्षा प्रधान करने के उपकरण और उत्पाद दोनों सही दाम पर बेचता है  यह किसानो के लिए सीधे उत्पादों को उन के घरो तक भी भेजता है जिसका कोई अन्य शुल्क किसान से नही लिया जाता   did you know / क्या तुम्हें पता था agriculture doctor कृषि में सबसे अच्छी फसल कौन सी है?   कृषि में सबसे अच्छी को अगर देखा जाये तो सरसों,चना,बेर,सूरजमुखी,ग्वार,लहसुन  अधिक पानी वाली फसल  , कृषि में सबसे अच्छी के लिए अगर हम बात करे की सबसे कम क्रच में कोनसी फसल की जाये तो चना,सरसों,धनिया है  क्यू की इन फसलो की जल मांग कम होती है इस...

फलों का झड़ना : समस्या एवं निदान Fruit Loss: Problems and Diagnosis

  फलों का गिरना किस्म विशेष, निषेचन की कमी, द्विलिंगी पुष्पों की कमी, अपर्याप्त परागण, पराग कीटों की कमी, फलों की पोषक तत्वों के लिए प्रतिस्पर्धा और बाग़ में नमी की कमी के कारण प्रभावित होता है। सामान्यत: आम की लगभग सभी किस्मों में यह समस्या समान रूप से पाई जाती है। फूलों तथा फलों का गिरना👈 फल-फूल की दवा 👈 टमाटर के फूल क्यों गिरते हैं 👈 टमाटर में फल फूल की दवा 👈 अनार के फूल गिरना 👈 बैंगन में फल-फूल की दवा 👈 मिर्च में फल-फूल की दवा 👈 बैंगन में फल आने की दवा 👈 पकने से पहले फलों का झड़ना एक प्रमुख समस्या है जिससे उत्पादक को भारी नुकसान का सामना करना पडता है फलों का गिरना मुख्यत : उचित प्रबन्धन का अभाव, पोषक तत्वों की कमी, कीट एवं व्याधियों तथा प्रतिकूल मौसम के कारण होता है। फल गिरने की समस्या प्रमुख रूप से नीबू वर्गीय फलों (संतरा, माल्टा, ग्रेपफ्रूट) आम, सेब, बेर, नाशपाती व आंवला में अधिक गम्भीर है। उपरोक्त समस्या के निवारण हेतु उचित प्रबन्धन, समय पर कीट-व्याधियों का नियंत्रण, पोषक तत्वों एवं हार्मोन्स का प्रयोग करके पैदावार को बढ़ाया जा सकता है। फूलों व फलों का गिरना एक ...

AGRICULTURE SEEDS TREATMEANT METHODS (बीज उपचार के तरीके ) TNAU इंडिया

 AGRICULTURE सीड  ट्रीटमेंट इन हिंदी ,गेहू का बीज उपचार,जेविक बीज उपचार, जेलोरा  से बीज उपचार, सोयाबीन बीज उपचार बिजौपचार,धान का बीज उपचार,  सुरक्षित   फसल का आधार कृषि में सबसे महत्वपूर्ण बीज है अच्छी फसल व उपज के लिए अच्छा बीज व किस्म का सबसे अच्छा होना जरूरी है क्यू की किसान सबसे अधिक खर्च बीज में करता है हमेसा अच्छी किस्म का बीज ही प्रयोग करना चाहिए | कभी भी बीज की किस्म व बीज की मात्रा में कंजूसी नही करनी चाहिए | खेत बेहतर किस्म का बीज प्रयोग करने से हमेसा बीज की किस्म अच्छी बनी रहती है जो आज के इस स्थर पर बहुत ही जरूरी है क्यू की आज के इस दोर में बहुत सारी बड़ी कंपनियों ने आय के स्रोत देख लिए है अभी भी कही प्रकार के बीज जो प्रमाणित बीज होने के बाद भी किस्मो में खरे नही उतरते है | उन में भी कभी कभी उगने मे समस्या आ जाती है यही कारण है की आज कल बीज को प्रमाणित व सही कम्पनी से लेने के बाद भी उस बीज की अंकुरण क्षमता को   परख लेना चाहिए व हम एक सबसे बड़ी गलती करते है बीज को उपचार नही करके |बीज को उपचार नही करना ही सबसे बड़ी भूल है |बीज को उपचार नही करने स...

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