लहसून एक नगदी मसाले की फसल है जिसका उपयोग अचार,चटनी,केचप व सब्जी बनाने के काम आता है लहसून की बीजदर :- 5-6 कुन्टल प्रति हैक्टर(बीजोपचार अवश्य करे)* * **लाइन से लाइन की दूरी 15 सेमी. व पौधे से पौधे की दूरी 7 सेमी. रखकर बुवाई करे !** लहसून के लिए एक हैक्टर खेत की खाद व उर्वरक की मात्रा👇* * 1.बढ़िया सड़ी हुई गोबर की खाद 20-25 टन* * 2.एसएसपी खाद(रकोडिया)-200 किलो* * 3.माइकोराइजा- 12 किलो* * 4.पोटाश(Mop)-100 किलो* * 5.जिंक सल्फेट- 25 किलो* * 6.अगर दीमक की समस्या है तो फिप्रोनील 80G 5 किलो* * 🔹सभी उर्वरक को मिश्रित करके एक तिरपाल पर मिलाकर अंतिम जुताई के समय मिट्टी में मिलाकर लहसुन की बुवाई करे** 🔹भूमि उपचार के लिए 4 kg ट्राईकोडर्मा प्रति हैक्टर काम मे लेना चाहिए!** 🔹बुवाई के एक माह बाद 50 kg नत्रजन खड़ी फसल मे देना लाभकारी होता है ,नत्रजन युक्त उपयोग ज्यादा नही करना चाहिए अन्यथा वानस्पतिक वृद्धि अधिक होती है !** 🔹किसान लहसून खुदाई के 15 दिन पूर्व बोरान 3 ग्राम प्रति लीटर की दर से छिड़काव करने से लहसून को अधिक समय तक सुरक्षित रख सकते है !*
**"नेक्स्टमीफूड - किसानों के लिए भरोसेमंद साथी"** "nextmefood ब्लॉग खेती-किसानी से जुड़ी उपयोगी और सटीक जानकारी का खजाना है। यह ब्लॉग कृषि के महत्व और किसानों के जीवन में तकनीक की भूमिका पर आधारित है। यहाँ पर आप खेती, बीज, खाद, कीटनाशक, और फसल सुरक्षा के बारे में विस्तृत जानकारी पाएंगे।