सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

90*1300

एन्थ्रेक्नोज रोग (Anthracnose Disease) की संपूर्ण जानकारी (हिन्दी में)

 एन्थ्रेक्नोज रोग (Anthracnose Disease) की संपूर्ण जानकारी (हिन्दी में)

Anthracnose Disease



🌿 एन्थ्रेक्नोज क्या है?

एन्थ्रेक्नोज (Anthracnose) एक गम्भीर कवकीय (फफूंदीजनित) रोग है जो कई प्रकार की फसलों जैसे आम, मिर्च, टमाटर, पपीता, कपास, सेम, अंगूर, खीरा, और दलहनी फसलों को प्रभावित करता है। यह रोग पत्तियों, तनों, फलों और शाखाओं पर गहरे धब्बों के रूप में दिखाई देता है।


🦠 रोग का कारक (Pathogen):

इस रोग का मुख्य कारक एक कवक है:

  • Colletotrichum spp.
    (जैसे Colletotrichum gloeosporioides, C. lindemuthianum, आदि)


🔍 लक्षण (Symptoms):

📌 पत्तियों पर:

  • शुरू में छोटे, गोल या अनियमित भूरे से काले धब्बे।

  • धब्बों के चारों ओर पीला किनारा।

  • गंभीर अवस्था में पत्तियाँ मुरझा कर गिरने लगती हैं।

📌 तनों और शाखाओं पर:

  • डार्क या काले रंग के धब्बे या गड्ढे बन जाते हैं।

  • शाखाएं सूख सकती हैं।

📌 फलों पर:

  • काले, धंसे हुए धब्बे जिनमें केंद्र में गुलाबी से नारंगी रंग का फफूंदीय विकास।

  • फल जल्दी सड़ने लगते हैं और गिर सकते हैं।


🌦 रोग फैलने की स्थिति:

  • अधिक नमी, वर्षा और गर्म मौसम में रोग तेजी से फैलता है।

  • संक्रमित बीज, पौधे या खेत की मिट्टी से फैलता है।

  • फसल की अत्यधिक घनता और हवा के कम संचार से रोग की संभावना बढ़ जाती है।


🛡 नियंत्रण एवं रोकथाम के उपाय:

1. कृषि उपाय (Cultural Practices):

  • रोगग्रस्त पत्तियाँ और फल तोड़कर जला दें।

  • खेत में जल निकासी का अच्छा प्रबंध करें।

  • फसल चक्र (crop rotation) अपनाएं।

  • रोग-प्रतिरोधी या सहनशील किस्मों का प्रयोग करें।

🧪 2. जैविक नियंत्रण (Biological Control):

  • Trichoderma viride या Pseudomonas fluorescens का बीज व मृदा उपचार में उपयोग करें।

🧴 3. रासायनिक नियंत्रण (Chemical Control):

दवा का नाम मात्रा (प्रति लीटर पानी)
कार्बेन्डाजिम 50% WP 1 ग्राम
कॉपर ऑक्सीक्लोराइड (Copper Oxychloride) 2-3 ग्राम
मैंकोजेब 75% WP 2 ग्राम
प्रोपीनेब + कार्बेन्डाजिम मिश्रण 2 ग्राम

छिड़काव 7-10 दिन के अंतराल पर दोहराएं। फसल पर रोग के लक्षण दिखते ही पहला छिड़काव करें।


⚠️ सावधानियाँ:

  • दवाओं का छिड़काव छाया या सुबह-शाम के समय करें।

  • सुरक्षा उपकरण पहनें।

  • एक ही दवा का लगातार प्रयोग न करें – दवाओं को बदलते रहें।



टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

येल्लो मस्टर्ड (Yellow Mustard) की प्रमुख किस्में निम्नलिखित हैं: मुख्य रोग मुख्य कीट की पूरी

 येल्लो मस्टर्ड (Yellow Mustard) की प्रमुख किस्में निम्नलिखित हैं

फॉस्फोरस (p),के फसल में उपयोग,कार्य,मात्रा

 फॉस्फोरस (जिसे अक्सर कुछ संदर्भों में "फॉस्फोरस" के रूप में संदर्भित किया जाता है) पौधों के लिए एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है, और यह उनकी वृद्धि और विकास में कई महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। पौधों के लिए फॉस्फोरस के कुछ प्रमुख लाभ इस प्रकार हैं:

penoxsulam 2.67 use in hindi, उपयोग की विधि, पेनॉक्ससलम 2.67% के उपयोग के लाभ.

  पेनॉक्ससलम 2.67% उपयोग: एक प्रभावी खरपतवार नाशी   पेनॉक्ससलम 2.67% उपयोग: एक प्रभावी खरपतवार नाशी पेनॉक्ससलम 2.67% एक चयनात्मक (Selective) खरपतवार नाशी है, जिसका उपयोग मुख्यतः धान की फसल में चौड़ी पत्तियों वाले और घास वर्गीय खरपतवारों को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। यह फसल के शुरुआती विकास के दौरान खरपतवारों को खत्म करने में अत्यंत प्रभावी है। पेनॉक्ससलम 2.67% के उपयोग के लाभ चयनात्मक नियंत्रण यह केवल खरपतवारों को नष्ट करता है और मुख्य फसल (धान) को नुकसान नहीं पहुंचाता। लंबे समय तक प्रभाव खरपतवारों पर इसका असर लंबे समय तक बना रहता है, जिससे फसल को बेहतर पोषण मिलता है। आसान उपयोग पानी के साथ मिलाकर इसका छिड़काव सरल और प्रभावी है। व्यापक प्रभाव यह चौड़ी पत्तियों वाले खरपतवार (Broadleaf Weeds) और घास वर्गीय खरपतवार (Grassy Weeds) दोनों को नियंत्रित करता है। उपयोग की विधि खुराक (Dosage) 2.67% पेनॉक्ससलम का उपयोग 0.4 मिलीलीटर प्रति लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें। प्रति एकड़ के लिए लगभग 120-150 मिलीलीटर का उपयोग पर्याप्त होता है। घ...

90*728