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महामारी रेड अलर्ट - जन अनुशासन

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6" प्रिय प्रदेशवासियों,

आप ने लॉकडाउन की पालना शुरू कर दी है।

राज्य में कोरोना संक्रमण फिर निरंतर गहराता जा रहा है। शहरों के साथ-साथ गांवों और युवाओं में भी तेजी से फैल रहा है। पहली लहर के मुकाबले इस दूसरी घातक लहर में मौतें भी ज्यादा हो रही है। संक्रमण के बाद शहर तक इलाज के लिए पहुंचते-पहुंचते लोगों की मौत हो रही है।

राज्य सरकार प्रदेशवासियों की जीवन रक्षा के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। इसके लिए वित्तीय संसाधनों की भी कोई कमी नहीं रखी जा रही है, लेकिन कोरोना का संक्रमण जिस गति से फैल रहा है, उसे देखते हुए यह बेहद जरूरी है कि जनता इसके प्रसार को रोकने के लिए स्व अनुशासन में रहे और महामारी रेड अलर्ट जन अनुशासन लॉकडाउन की पूरी तरह पालना करें, अन्यथा हम कितने ही संसाधन जुटा लें, हमारे सभी प्रयास कम पड़ते चले जाएंगे।

संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए ही हमने प्रदेशभर में 3 मई से 24 मई तक लॉकडाउन लगाया है। लॉकडाउन के दौरान विवाह से संबंधित किसी भी प्रकार के समारोह, डीजे, बारात एवं निकासी तथा प्रीतिभोज आदि की अनुमति 31 मई तक नहीं दी गई है। आखातीज पर विवाह का शुभ अबूझ सावा होता है। प्रदेश भर में कोरोना संक्रमण के फैलाव को देखते हुए ि समारोह को 31 मई, 2021 तक स्थगित किए जाने की सलाह दी गई है। अति आवश्यक होने पर विवाह घर पर ही अथवा कोर्ट मैरिज के रूप में ही करने की अनुमति होगी, जिसमें केवल 11 व्यक्ति ही अनुमत होंगे। जिसकी सूचना वेबपोर्टल covidinfo.rajasthan.gov.in पर देनी होगी।

विवाह में बैण्ड-बाजे, हलवाई, टैन्ट या इस प्रकार के अन्य किसी भी व्यक्ति के सम्मिलित होने की अनुमति नहीं है। शादी के लिए टैन्ट हाउस एवं हलवाई से संबंधित किसी भी प्रकार के सामान की होम डिलीवरी भी नहीं की जा सकेगी। मैरिज गार्डन, मैरिज हॉल एवं होटल परिसर शादी समारोह के लिए बंद रहेंगे। किसी भी प्रकार के सामूहिक भोज की अनुमति नहीं होगी।

मुझे यह जानकर खुशी हुई है कि बड़ी संख्या में लोगों ने स्व विवेक से निर्णय कर शादियां स्थगित की हैं, मेरी आपसे विनम्र अपील है कि अन्य लोग भी इस पहल में भागीदार बनकर कोविड की चुनौती से लड़ने में राज्य सरकार का सहयोग करें। लॉकडाउन की इस अवधि अंतर्गत ईद का मुबारक पर्व भी आ रहा है। अतः ईद के मुबारक मौके पर अकीदतमंद जन अनुशासन का परिचय देकर घर पर ही अपने परिवारजन के साथ खुशियां मनाएं। साथ ही मेरा आप सबसे यह भी आग्रह है कि कोविड के दौर में सभी धर्म के लोग धार्मिक रीति-रिवाजों, त्यौहार, उत्सव आदि के कार्यक्रमों को घर पर ही रहकर मनाएं। कोई भी व्यक्ति धार्मिक स्थलों पर नहीं जाए, घर से ही पूजा, इबादत एवं प्रार्थना करें ताकि संक्रमण की चेन तोड़ी जा सके। हमारे समन्वित प्रयासों से ही हम कोरोना की इस कठिन जंग को जीतने में कामयाब हो सकेंगे।

आपके सहयोग और विश्वास की अपेक्षा के साथ 29

"निज पर शासन, फिर अनुशासन'

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